Thursday, January 6, 2011

भारत भी कोयले से बना सकेगा गैस!

नए साल में भारत कोयले से गैस बनाने की महत्वपूर्ण तकनीक हासिल कर सकता है। खासतौर पर जमीन के भीतर ही कोयले से गैस बनाने की एक खास तकनीक दक्षिण अफ्रीका से लेने की कोशिश में जल्दी सफलता मिलने के आसार हैं। कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल अगले हफ्ते दक्षिण अफ्रीका जाने वाले हैं और इस बारे में वहां समझौता होने के आसार हैं। जायसवाल की इस यात्रा का मकसद अफ्रीका में कुछ नए कोयला ब्लॉक खरीदने की संभावनाएं तलाशना भी है। जायसवाल ने दैनिक जागरण को बताया कि नए वर्ष में सरकार कोयला क्षेत्र में नई तकनीक लाने और विदेश में कोयला ब्लॉक खरीदने पर सबसे ज्यादा ध्यान देगी। अगले वर्ष अफ्रीका के कई देशों में कोयला ब्लॉकों की नीलामी होनी है। वहां चीन की कंपनियां पहले से ही काफी कोयला ब्लॉक हासिल कर चुकी हैं। भारत को अभी तक सिर्फ मोजाम्बिक में ही दो कोयला ब्लॉक खरीदने में सफलता मिली है। ऐसे में भारत सरकार हर तरह से कोशिश करेगी कि अफ्रीका के अन्य देशों में कोयला ब्लॉक हासिल किए जाएं। जायसवाल ने बताया कि देश में हाल ही में स्वच्छ कोयला तकनीक नीति लागू की गई है। इसके तहत हम दुनिया में कई देशों से कोयला से गैस बनाने की पर्यावरण अनुकूल तकनीक लेने की कोशिश कर रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका की कंपनियों के पास इस तरह की दो तकनीक हैं जिस पर हमारी नजर है। एक तकनीक से कोयले से सीधे उपयोग लायक गैस बनाई जा सकती है। अभी कोयले से गैस बनाने की तकनीकी में कई स्तर होते हैं। इस बारे में इस यात्रा के दौरान बातचीत शुरू होगी। दूसरी तकनीक कोयला भंडारों के भीतर ही कोयले से गैस बनाने से संबंधित है जिस पर पहले भी बात हो चुकी है। शायद इस बार दोनों देशों के बीच समझौता भी हो जाए। जायसवाल दक्षिण अफ्रीका के साथ ही मोजाम्बिक की यात्रा पर भी जाएंगे। इन दोनों देशों में भारत नए कोयला ब्लॉकों को हासिल करने के बारे में बातचीत करेगा। मालूम हो कि केंद्र सरकार ऊर्जा सुरक्षा के लिए भारतीय कंपनियों को विदेश में बड़े पैमाने पर कोयला व पेट्रोलियम ब्लॉक खरीदने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। कोल इंडिया लिमिटेड इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया में भी नए कोयला ब्लॉक हासिल करने की कोशिश में हैं।

No comments:

Post a Comment